सोनभद्र के विकासखंड करमा के असना प्राथमिक विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर हैं। यहां किचन में किचन में ही कक्षाओं का संचालन होता है। किचन और कक्षाओं का एक साथ संचालन होने से कभी भी अनहोनी हो सकती है। इसी को देखते हुए बच्चों में हमेशा डर बना रहता है।
प्रधानाध्यापक संदीप कुमार तिवारी ने बताया कि हमारे विद्यालय असना में कुल 31 छात्र-छात्राओं की संख्या है। एक शिक्षण कक्ष में छात्र पढ़ते हैं और किचन भी है। शौचालय बना है जो कमरे व किचन से अटैच है। विद्यालय में पानी पीने के लिए हैण्ड पंप जिसमें समर सेवल भी लगा परंतु हैण्ड पम्प में पानी का टोटा है। कई बार संबंधित अधिकारियों व गांव के प्रधान का ध्यान आकर्षित किया गया, लेकिन प्रधान इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
ग्रामीण ज्ञान प्रकाश मौर्य ने बताया कि विद्यालय में आने की समुचित व्यवस्था नहीं है। गांव के सफाई कर्मी का कहीं पता नहीं है। विद्यालय के चारों दिशाओं में घास-फूस छात्रों के लिए खतरनाक है। गांव के प्रधान इस बात को अनसुना कर देते हैं।
इसके अलावा भी क्षेत्र कई ऐसे ग्राम पंचायत हैं। जहां विद्यार्थियों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए विद्यालय पहुंचना बरसात के दिन में टेढ़ी खीर का काम है। कीचड़ युक्त सड़क से गुजरकर विद्यालय पहुंच रहे है। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारी व जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क पर तत्काल मरम्मत करने मोरंग बिछाने की मांग की है। जिससे बच्चों को विद्यालय पहुंचने में हो रही समस्या से निजात मिल सके और अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराई जाने की मांग की है।